नमस्कार दोस्तों, आज के समय में आर्थिक तंगी, बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई ने गरीब वर्ग, मजदूर, छोटे किसानों और महिलाओं की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। कई बार लोग बैंक लोन के लिए आवेदन करते हैं लेकिन या तो उनका CIBIL स्कोर कम होता है या उनके पास कोई प्रॉपर्टी, गारंटी और सिक्योरिटी नहीं होती जिसके चलते बैंक उनका लोन रिजेक्ट कर देते हैं। ऐसी स्थिति में NGOs यानी गैर-सरकारी संस्थाएं एक बड़ा सहारा बन सकती हैं।
NGO से लोन लेने का फायदा क्या है?
NGO का उद्देश्य समाज के वंचित वर्ग को मजबूत बनाना है। ये संस्थाएं ब्याज रहित या बहुत कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराती हैं ताकि लोग स्वरोजगार शुरू कर सकें, रोजगार के अवसर बना सकें और गरीबी से बाहर निकल सकें। NGO से लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको बैंक जैसी लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता और न ही भारी भरकम दस्तावेज जमा करने होते हैं।
कौन-कौन सी NGOs देती हैं Interest Free Loan?
भारत में कई NGOs हैं जो जरूरतमंदों को लोन देती हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं:
रमन मेगसेसे फाउंडेशन
यह संस्था गरीब और जरूरतमंद लोगों को एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और छोटे बिजनेस के लिए बिना ब्याज पर लोन देती है। खासकर ग्रामीण इलाकों में इसका अच्छा नेटवर्क है। अगर आप पढ़ाई के लिए पैसे जुटा नहीं पा रहे या स्वरोजगार शुरू करना चाहते हैं तो इस संस्था से संपर्क कर सकते हैं। आवेदन के लिए आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और आपके प्लान की डिटेल मांगी जाती है।
शांति माइक्रोफाइनेंस
यह संस्था महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 10,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन देती है। खास बात यह है कि यह लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। repayment structure आसान होता है ताकि महिलाएं अपने व्यवसाय की शुरुआत करने के बाद आराम से किश्त चुका सकें। यह संस्था ब्यूटी पार्लर, टेलरिंग, किराना शॉप, सब्जी कारोबार जैसे छोटे व्यवसायों के लिए loan approve करती है।
स्वदेस फाउंडेशन
स्वदेस फाउंडेशन ग्रामीण भारत में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को interest free loan उपलब्ध कराता है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह संस्था बिजनेस शुरू करने के साथ-साथ ट्रेनिंग भी देती है ताकि आपके बिजनेस की सफलता की संभावना बढ़ सके। आवेदन प्रक्रिया में आपकी पहचान, आय का स्रोत, बैंक अकाउंट डिटेल और बिजनेस प्लान शामिल होता है।
जनकल्याण माइक्रोफाइनेंस
जनकल्याण माइक्रोफाइनेंस स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) के माध्यम से महिलाओं को ब्याज रहित लोन उपलब्ध कराती है। यह लोन समूह की collective responsibility पर आधारित होता है यानी सभी सदस्य मिलकर repayment की जिम्मेदारी निभाते हैं। इससे महिलाएं दूध का व्यवसाय, ब्यूटी पार्लर, सिलाई-बुनाई, पशुपालन आदि का काम शुरू कर सकती हैं।
रुरल एंड अर्बन डेवलपमेंट सोसायटी (RUDS)
यह संस्था शहरी और ग्रामीण गरीबों को रोजगार के अवसर देने के उद्देश्य से ट्रेनिंग के साथ-साथ ब्याज रहित लोन भी देती है। RUDS खासकर युवाओं और महिलाओं को vocational training देकर उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम करती है। अगर आपके पास कोई स्किल है लेकिन पैसों की कमी आड़े आ रही है, तो यह संस्था आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है।
बिना ब्याज लोन लेने के लिए कैसे करें आवेदन?
सबसे पहले आपको जिस भी NGO से लोन लेना है उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां contact number और application form उपलब्ध होता है। फॉर्म भरते समय यह जरूर लिखें कि आप यह लोन क्यों लेना चाहते हैं और उसका utilisation plan क्या होगा। साथ ही आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी भी लगानी पड़ती है। कुछ NGOs फिजिकल वेरिफिकेशन भी करती हैं ताकि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि applicant सही मायने में जरूरतमंद है।
किन्हें मिलता है यह लोन?
महिलाएं, बेरोजगार युवा, छोटे किसान, मजदूर, दिव्यांगजन, बुनकर, हस्तशिल्प कारीगर आदि इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। जरूरी है कि आपका उद्देश्य स्वरोजगार और रोजगार सृजन हो। अगर आप लोन का misuse करेंगे तो अगली बार आपका आवेदन reject हो सकता है।
निष्कर्ष
अगर आप भी आर्थिक तंगी से परेशान हैं, बैंक लोन नहीं मिल रहा या कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है, तो ये NGOs आपके लिए उम्मीद की किरण हैं। इनका उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग को ऊपर उठाना है न कि मुनाफा कमाना। इसलिए अगर आपके पास कोई अच्छा बिजनेस आइडिया है, तो इनसे संपर्क कर अपने सपनों को साकार करने की शुरुआत करें। ध्यान रखें, आवेदन से पहले संस्था की आधिकारिक वेबसाइट या क्षेत्रीय कार्यालय से सही जानकारी जरूर लें।
Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। लोन लेने से पहले संबंधित NGO से संपर्क कर उसकी शर्तों और प्रक्रिया की पुष्टि कर लें क्योंकि हर संस्था की policy अलग हो सकती है।
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